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साइबर क्राइम (Cyber Crime) क्या है । साइबर क्राइम से बचने के 10 उपाय

साइबर क्राइम (Cyber Crime) क्या है । What is Cyber Crime in Hindi

साइबर क्राइम (Cyber Crime) एक शब्द है जो इंटरनेट, डिजिटल तकनीक, और इलेक्ट्रॉनिक संचार के माध्यम से किए जाने वाले अपराधों का वर्णन करता है। यह अपराध डिजिटल संपत्ति, नेटवर्क, कंप्यूटर सिस्टम, व्यक्तिगत डेटा और इंटरनेट का उपयोग करते हुए किए जा सकते हैं। साइबर क्राइम के प्रमुख उदाहरणों में हैकिंग, वायरस और मैलवेयर, ऑनलाइन धोखाधड़ी, डेटा चोरी, ऑनलाइन उद्योगों की चांदी, वेबसाइट हमले, इंटरनेट अभियांत्रिकी, सोशल मीडिया पर अपराधियों का उपयोग शामिल है।

साइबर क्राइम विभिन्न रूपों में प्रकट हो सकता है, जैसे कि वेबसाइट हैकिंग, ऑनलाइन फिशिंग, मलवेयर (वायरस, ट्रोजन, रूटकिट, और रैंसमवेयर) का उपयोग, सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी, डेटा चोरी, ऑनलाइन आपराधिक व्यापार, इमेल या बैंक खातों की धोखाधड़ी, साइबर बुलिंग, ऑनलाइन इधर-उधर कानूनी कार्य, ऑनलाइन आपराधिक सेक्स, और व्यक्तिगत जानकारी की बेचने जैसी गतिविधियाँ।

साइबर क्राइम का प्रभाव बहुत व्यापक हो सकता है और यह व्यक्तियों, सरकारों, निजी कंपनियों, वित्तीय संस्थानों, और सार्वजनिक बुनियादी ढांचा को प्रभावित कर सकता है। साइबर क्राइम से बचाव के लिए, साइबर सुरक्षा के तंत्र, सुरक्षा सूचना प्रणाली, कंप्यूटर नेटवर्क के सुरक्षात्मक कार्यवाही, और उपयोगकर्ता जागरूकता आवश्यक होती है।

साइबर क्राइम कई प्रकार के होते हैं। यहां कुछ प्रमुख साइबर क्राइम के प्रकार दिए गए हैं:

वेबसाइट हैकिंग: इसमें हैकर वेबसाइट के सुरक्षा प्रणाली को उल्लंघित करके अनधिकृत रूप से पहुंच प्राप्त करते हैं। वे वेबसाइट को हैक करके उपयोगकर्ताओं की जानकारी चोरी कर सकते हैं या नुकसान पहुंचा सकते हैं।

ऑनलाइन फिशिंग: यह एक प्रकार का धोखाधड़ी है जिसमें व्यक्ति को विश्वसनीय ढंग से दिखने वाली वेबसाइट या ईमेल के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी (उदाहरण के लिए यूज़रनेम, पासवर्ड, बैंक खाता विवरण) प्राप्त करके उपयोगकर्ता को धोखा दिया जाता है।

मैलवेयर और वायरस: मैलवेयर और वायरस एक विषयकर सॉफ्टवेयर होते हैं जो गोपनीय जानकारी को चोरी कर सकते हैं, संगठन की नेटवर्क सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं, और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

सोशल इंजीनियरिंग: यह एक प्रकार का धोखाधड़ी है जिसमें हमेशा लोगों को लालच देकर व्यक्तिगत जानकारी को प्राप्त किया जाता है। हमेशा यह सोशल मीडिया या ईमेल के माध्यम से होता है जहां व्यक्ति को धोखा दिया जाता है और उससे उपयोगकर्ता की प्राइवेट जानकारी को प्राप्त किया जाता है।

साइबर बुलिंग: इंटरनेट पर अनुचित, आक्रामक या खतरनाक सामग्री, अपमान या आपत्तिजनक संदेशों का प्रसार करने को साइबर बुलिंग कहा जाता है। यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, चैटरूम, ईमेल या अन्य डिजिटल माध्यम के माध्यम से हो सकता है और यह व्यक्ति के लिए मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक तनाव का कारण बन सकता है।